शब्द का अर्थ
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उषःपान :
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पुं० [ष० त०] हठयोग की एक क्रिया जिसमें बहुत तड़के उठकर नाक के रास्ते जल पीकर मुँह से निकाला जाता है। अमृत-पान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उषःपान :
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पुं० [ष० त०] हठयोग की एक क्रिया जिसमें बहुत तड़के उठकर नाक के रास्ते जल पीकर मुँह से निकाला जाता है। अमृत-पान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |