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परिभ्रम  : पुं० [सं० परि√भ्रम (घूमना)+घञ्] १. चारों ओर घूमना। पर्यटन। २. भ्रम। ३. सीधी तरह से कोई बात न कहकर उसे घुमाफिराकर चक्करदार ढंग या सांकेतिक रूप से कहना। जैसे—‘नाक पर मक्खी न बैठने देना।’ के बदले में कहना—सूँघने की इन्द्रिय पर घर उड़ते फिरने वाले कीड़े या पतंगे को आसन न लगाने देना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परिभ्रम  : पुं० [सं० परि√भ्रम (घूमना)+घञ्] १. चारों ओर घूमना। पर्यटन। २. भ्रम। ३. सीधी तरह से कोई बात न कहकर उसे घुमाफिराकर चक्करदार ढंग या सांकेतिक रूप से कहना। जैसे—‘नाक पर मक्खी न बैठने देना।’ के बदले में कहना—सूँघने की इन्द्रिय पर घर उड़ते फिरने वाले कीड़े या पतंगे को आसन न लगाने देना।
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परिभ्रमण  : पुं० [सं० परि√भ्रम्+ल्युट्—अन] १. चारों ओर घूमना। २. विज्ञान में, किसी एक वस्तु का किसी दूसरी वस्तु को केन्द्र मानकर उसके चारों ओर घूमना या चक्कर लगाना। (रोटेशन) जैसे—चंद्रमा पृथ्वी का और पृथ्वी सूर्य का परिभ्रमण करता है। ३. घेरा। परिधि।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परिभ्रमण  : पुं० [सं० परि√भ्रम्+ल्युट्—अन] १. चारों ओर घूमना। २. विज्ञान में, किसी एक वस्तु का किसी दूसरी वस्तु को केन्द्र मानकर उसके चारों ओर घूमना या चक्कर लगाना। (रोटेशन) जैसे—चंद्रमा पृथ्वी का और पृथ्वी सूर्य का परिभ्रमण करता है। ३. घेरा। परिधि।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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