शब्द का अर्थ
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भर्म :
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पुं० [सं०√भू (भऱण करना)+मिनन्] १. सोना। स्वर्ण। २. नाभि। पुं० =भ्रम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भर्मन :
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पु०=भ्रमण। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भर्मना :
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अ०=भरमना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भर्माना :
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स०=भरमाना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |