शब्द का अर्थ
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संकल्प :
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पुं० [सं० सम√ कृप्+घञ्, र-ल] १. कोई कार्य करने की इच्छा जो मन में उत्पन्न हो। विचार। इरादा। २. कोई कार्य करने का मन में होनेवाला दृढ़ निश्चय। ३. सभा-समिति में किसी विषय में विचारपूर्वक किया हुआ पक्का निश्चय (रिजोल्यूशन) ४. धार्मिक क्षेत्र में, दान, पुण्य या और कोई देवकार्य आरंभ करने से पहले एक निश्चित मंत्र का उच्चारण करते हुए अपना दृढ़ निश्चय या विचार प्रकट करना। ५. वह मंत्र जिसका उच्चारण करते हुए उक्त प्रकार का निश्चय या विचार कार्य-रूप में परिणत किया जाता है। मुहावरा—(कोई चीज) संकल्प करना=दान करना या दान करने का दृढ़ निश्चय करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संकल्प :
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वि० [सं० सम√कल्+ण्यत्, वृद्धयभाव] जिसका संकलन होने को हो या हो सकता हो। २. जो थोड़ा या युक्त किया जाने को हो। योग्य। |
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संकल्पक :
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वि० [सं० संकल्प+कन्] संकल्प करनेवाला। |
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संकल्पना :
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स्त्री० [सं०] १. संकल्प करने की क्रिया या भाव। २. शब्द, प्रतीक आदि का लगाया हुआ सामान्य से भिन्न विचारपूर्ण तथा बौद्धिक अर्थ (कन्सेपशन) ३. धारणा। ४. इच्छा। स०=संकल्पना। |
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संकल्पा :
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स्त्री० [सं० संकल्प+टाप्] दक्ष की एक कन्या जो धर्म की भार्या थी। |
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संकल्पित :
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भू० कृ० [सं० संकल्प+इतच्] १. संकल्प किया हुआ। २. निश्चयपूर्वक स्थिर किया हुआ। ३. जिसकी संकल्पना की गई हो। |
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