शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

साट  : स्त्री० १. दे० ‘साड़ी’। (स्त्रियों के पहनने की) २. दे० ‘साँट’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [सं० सार्थ या प्रा० सह] १. बेचने की क्रिया। विक्रय। २. आपस में होनेवाला विनिमय या लेन-देन। उदा०—जबहि पाइअहि। पारखू, तब हीरन की साट।—कबीर। ३. व्यापार। ४. सट्टा। स्त्री० [हिं० सटना] १. सटने की क्रिया या भाव। २. दे० ‘साँट’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साट-गाँठ  : स्त्री० [सं० शाठ्य-ग्रंथि] किसी को कष्ट देने या हानि पहुँचाने के उद्देश्य से कुछ लोगों का आपस में मिलकर गुट या दल बनाना। (कोल्यूजन) विशेष—मिली-भगत और साट-गाँठ में कोई मुख्य अन्दर हैं। मिली भगत एक तो अस्थायी या क्षणिक होती है और दूसरे उसका उद्देश्य अपने आपको बिल्कुल निर्दोष दिखलाते हुए या तो अपना कोई छोटा-मोटा स्वार्थ सिद्ध करना होता है या दूसरे को केवल ठगना और धोखा देना होता है। पर साटगाँठ प्रायः बहुत कुछ स्थायी या दीर्घकाल व्यापी होता है और दूसरे उसका उद्देश्य अधिक उग्र, कठोर या क्रूर होता है।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटक  : पुं० [?] १. अन्न आदि का छिलका या भूसी। २. बहुत ही तुच्छ या निकम्मी चीज। ३. एक प्रकार का छन्द।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटन  : स्त्री० [अं० सैटिन] एक प्रकार का बढ़िया रेशमी कपड़ा जो प्रायः एकरुखा और कई रंगों का होता है।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटना  : स०=सटाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटनी  : स्त्री० [देश०] भालू का नाच। (कलंदर)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटा  : पुं० [हिं० सट्टा] १. सट्टाबाजी अथवा इसी प्रकार के किसी अन्य अनुचित तथा निन्दनीय उपाय से अर्जित किया हुआ धन। २. दे० ‘सट्टा’। पुं० [?] अदला-बदली परिवर्तन। विनिमय।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटी  : स्त्री० [हिं० सटना] १. साथ रहनेवाली चीजें। २. सामग्री। सामान। स्त्री० [?] १. पतली छड़ी। कमची। २. गदहपूरना। पुनर्नवा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) वि०=साँठी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटे  : अन्य० [देश०] बदले में। परिवर्तन में।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
साटोप  : वि० [सं० स० त०] १. घमंड से फूला हुआ। २. गरजता हुआ (बादल)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ