शब्द का अर्थ
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स्रुत :
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भू० कृ० [सं०] बहा या चुआ हुआ। क्षरित। वि०=श्रुत। उदाहरण–तदपि जथा स्रृत कहउँ बखानी। सुमिरि गिरापति प्रभु धनुपानी।–तुलसी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्रुति :
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स्त्री० [सं०] बहाव। क्षरण। स्त्री०=श्रुति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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स्रुतिमाथ :
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पुं० [सं० श्रुति+हिं० माथ] विष्णु।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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