शब्द का अर्थ
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अचार :
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पुं० (फा०) वह खट्टा और चटपटा व्यंजन जो किसी कच्ची तरकारी या कच्चे फलों को कई प्रकार के मसालों तथा तेल या सिरके में मिलाकर तैयार किया जाता है। कचूमर। अथाना। पुं० [सं० चार) चिरौंजी का पेड़। पुं०=आचार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अचारज :
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पुं०=आचार्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अचारी :
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वि० दे० ‘आचारी’। पुं० दे० आचारी। स्त्री० (फा० अचार) कच्चे तथा छिले हुए आम की फाँको का अचार जो धूप में रखकर तैयार किया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अचारू :
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वि० [सं० न० त०] जो चारु या सुन्दर न हो। अर्थात् असुन्दर या कुरूप। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |