शब्द का अर्थ
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अभय :
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वि० [सं० न० ब०] [स्त्री० अभया] १. जिसे भय न हो। मुहावरा—अभय देना-यह आश्वासन देना कि अब तुम्हांरे लिए भय की कोई बात नहीं है। २. न डरनेवाला। निर्भीक। पुं० १. परमात्मा। २. ज्ञान। ३. शिव। ४. उशीर। खस। पुं० [सं० न० त०] १. भय से मिलनेवाली रक्षा। २. निर्भयता। |
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समानार्थी शब्द-
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अभय-कर :
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वि० [ष० त०] अभय या निर्भय करनेवाला। उदाहरण—रजत स्वर्ण ज्वालों के सुंदर, कर में धरे त्रिशूल अभयकर।—पंत। |
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अभय-दान :
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पुं० [सं० ष० त०] १. यह कहना कि तुम भय मत करो, तुम्हारी कोई हानि न होगी। २. सुरक्षा का आश्वासन या वचन देना। |
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अभय-पत्र :
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पुं० [ष० त०] १. लिखित लेख या पत्र जिसमें अभयदान या आश्वासन या वचन दिया गया हो। २. वह पत्र जिसे दिखाकर कोई व्यक्ति किसी संकट की स्थिति से निरापद पार हो सकता है। |
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अभय-मुद्रा :
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स्त्री० [ष० त०] शरीर की वह मुद्रा जो किसी को अभय या पूर्ण आश्वासन देने की सूचक होती हैं, इसमें दाहिने हाथ की हथेलीं सामने की ओर रखते हुए कुछ ऊपर उठाकर दिखाई जाती है। |
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अभय-वचन :
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पुं० [ष० त०] इस बात का आश्वासन या वचन कि तुम्हें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं। |
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अभय-वन :
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पुं० [कर्म० स०] १. वह वन जिसे काटने की आज्ञा न हो। रक्षित वन। २. ऐसा वन जिसमें यात्रियों को किसी प्रकार का भय न हो। |
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अभयचारी (रिन्) :
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वि० [सं० अभय√चर्(गति)+णिनि] १. अभय या निर्भय होकर घूमने या विचरण करनेवाला। २. स्वच्छंद। पुं० ऐसे पशु जो पकड़े या मारे न जा सकते हों, और इसी लिए निर्भय होकर विचरतें हों। |
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अभयप्रद :
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वि० [सं० अभय-प्र√दा (देना)+क] अभय देनेवाला। |
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अभया :
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वि० [सं० अभय-टाप्] जिसे भय न हो। निडर। स्त्री० १. एक विशेष प्रकार की हरीतकी या हड़ जिसमें पाँच रेखाएँ होती हैं। २. दुर्गा का एक रूप। |
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