शब्द का अर्थ
|
ऊहन :
|
पुं० [सं०√ऊह्+ल्युट-अन] १. ऊह या तर्क-वितर्क करना। २. परिवर्त्तन करना। बदलना। ३. संस्कार या सुधार करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊहन :
|
पुं० [सं०√ऊह्+ल्युट-अन] १. ऊह या तर्क-वितर्क करना। २. परिवर्त्तन करना। बदलना। ३. संस्कार या सुधार करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊहनीय :
|
वि० [सं०√ऊह्+अनीयर] (विषय) जो तर्क-वितर्क या बुद्धि के द्वारा जाना या समझा जा सके। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊहनीय :
|
वि० [सं०√ऊह्+अनीयर] (विषय) जो तर्क-वितर्क या बुद्धि के द्वारा जाना या समझा जा सके। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |