शब्द का अर्थ
|
कुंजड़ :
|
पुं० =कुंदुर (गोंद)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँजड़ा :
|
पुं० [सं० कुंज+हिं० ड़ा(प्रत्य)] [स्त्री० कुँजड़ी, कुँजड़िन] १. तरकारी, फल आदि होने या बेचनेवाले लोगों की एक जाति। पद—कुँजड़े-कसाई=छोटी जातियों के लोग। २. तरकारी, फल साग आदि बेचनेवाला दूकानदार। पद—कुँजड़े का गल्ला=किसी पदार्थ, विशेषतः धन, आदि की ऐसी राशि, जिसके आय-व्यय या लेन-देन का कोई हिसाब न रहता हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँजड़ियाना :
|
पुं० [हिं० कुँजड़ा] वह स्थान जहाँ कुँजड़े बैठकर तरकारी बेचते हैं। उदाहरण—मींटिंग क्या होगी, कुँजड़ियाना बन जायगा।—वृंदावनलाल वर्मा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|