शब्द का अर्थ
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छीज :
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स्त्री० [हिं० छीजना] १. किसी वस्तु में का वह अंश जो नष्ट हो गया हो। २. कमी। घाटा। हानि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
छीजना :
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अ० [सं० क्षीण] १. उपयोग, व्यवहार आदि में आते रहने अथवा पुराने पड़ने के कारण किसी चीज का क्षीण होना या घिस जाना। २. उपयोग में आ जाने अथवा व्यय हो जाने के कारण किसी चीज का कम होना। ३. हानि होना। उदाहरण–लंकापति-तिय कहति पियसों या मैं कछू न छीजौ।–सूर ४. नष्ट होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |