शब्द का अर्थ
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डँवरुआ-साल :
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पुं० [सं० डमरू+हिं० सालना] किसी धातु या लकड़ी के दो टुकड़ों को परस्पर जोड़ने का एक विशेष ढंग जिसमें एक दूसरे को एक ओर से चौड़ा और दूसरी ओर से पतला काटते हैं और दूसरे टुकड़े में उसी काट की नाप से गड्ढा करते हैं और उस कटे हुए अंश को उसी गड्ढे में बैठा देते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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