शब्द का अर्थ
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ढोना :
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स० [सं० वोढ-वहन करना ले जाना, आद्यंत विपर्यय-ढोव] १. पीठ या सिर पर रखकर या हाथ में लटकाकर कोई भारी चीज एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना। जैसे–मजदूरों का माल ढोना। २. पशु, यान आदि पर लादकर भारी चीजें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना। जैसे–गधों पर ईंटे ढोना। ट्रक या बैलगाड़ी पर अनाज या माल ढोना। ३. कहीं से बहुत सी संपत्ति आदि अनुचित रूप से उठाकर ले जाना। ४. विपत्ति, संकट आदि में निर्वाह करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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