शब्द का अर्थ
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पिचु :
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पुं० [सं० पृषो०] १. रूई। २. एक प्रकार का कोढ़। ३. एक पुरानी तौल जो दो तोले के बराबर होती थी। ४. एक असुर का नाम। ५. एक तरह का अनाज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचु :
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पुं० [सं० पृषो०] १. रूई। २. एक प्रकार का कोढ़। ३. एक पुरानी तौल जो दो तोले के बराबर होती थी। ४. एक असुर का नाम। ५. एक तरह का अनाज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचु-तूल :
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पुं० [सं०] कपास की रूई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचु-तूल :
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पुं० [सं०] कपास की रूई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुक :
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पुं० [सं० पृषो०] मैनफल का वृक्ष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुक :
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पुं० [सं० पृषो०] मैनफल का वृक्ष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुका :
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पुं०=पिचुक्का।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुका :
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पुं०=पिचुक्का।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुकिया :
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स्त्री० [हिं० पिचकना] १. छोटी पिचकारी। २. वह गुझिया (पकवान) जिसमें केवल गुड़ और सोंठ भरी जाती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुकिया :
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स्त्री० [हिं० पिचकना] १. छोटी पिचकारी। २. वह गुझिया (पकवान) जिसमें केवल गुड़ और सोंठ भरी जाती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुक्का :
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पुं० [हिं० पिचकना] १. पिचकारी। २. गोलगप्पा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुक्का :
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पुं० [हिं० पिचकना] १. पिचकारी। २. गोलगप्पा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुमंद :
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पुं०=पिचुमर्द। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुमंद :
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पुं०=पिचुमर्द। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुमर्द :
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पुं० [सं० पिचु√मृद् (चूर्ण करना)+अण्] नीम का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुमर्द :
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पुं० [सं० पिचु√मृद् (चूर्ण करना)+अण्] नीम का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुल :
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पुं० [सं० पिचु√ला (लेना)+क] १. कपास की रूई। २. झाऊ का पेड़। (डिं०) ३. समुद्रफल। ४. गोताखोर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिचुल :
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पुं० [सं० पिचु√ला (लेना)+क] १. कपास की रूई। २. झाऊ का पेड़। (डिं०) ३. समुद्रफल। ४. गोताखोर। |
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समानार्थी शब्द-
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