शब्द का अर्थ
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पित्त-विदग्ध :
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वि० [तृ० त०] जिसका पित्त कुपित हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्त-विदग्ध :
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वि० [तृ० त०] जिसका पित्त कुपित हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्त-विदग्ध-दृष्टि :
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पुं० [ब० स०] आँख का एक रोग जो दूषित पित्त के दृष्टि स्थान में आ जाने के कारण होता है। इसके कारण रोगी दिन में नहीं देख सकता केवल रात में देखता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्त-विदग्ध-दृष्टि :
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पुं० [ब० स०] आँख का एक रोग जो दूषित पित्त के दृष्टि स्थान में आ जाने के कारण होता है। इसके कारण रोगी दिन में नहीं देख सकता केवल रात में देखता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |