शब्द का अर्थ
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फिराक :
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पुं० [अ० फ़िराक] १. वियोग। बिछोह। २. किसी बात की अपेक्षा या आवश्यकता होने पर उसके संबंध की चिंता या सोच। जैसे—नौकरी के फिराक में इधर-उधर घूमना। स्त्री०=फ्राक। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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