शब्द का अर्थ
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मृगांक :
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पुं० [मृगअंक, ब० स०] १. चंद्रमा। २. ते० ‘मृगांक रस’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मृगांक-रस :
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पुं० [मध्य० स०] वैद्यक में एक प्रकार का रस जो सुवर्ण और रत्नादि से बनता है और क्षयरोग में अत्यधिक गुणकारक माना जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |