शब्द का अर्थ
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लहू :
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पुं० [सं० लोह, हिं० लोहू] शरीर में का रक्त। रुधिर। खून। पद—लहू-लुहान। मुहावरा—(खाना पीना) लहू करना=किसी का मन इतना अधिक दुःखी कर देना कि उसे खाना-पीना तक बहुत बुरा लगने लगे। लहू का घूँट पीना=बहुत अधिक मानसिक कष्ट चुपचाप मन में ही दबा रखना या सह लेना। (किसी के) लहू का प्यासा होना=किसी से इतना अधिक वैर या शत्रुता होना कि उसके प्राण तक ले लेने को जी चाहे (आँखों से) लहू टपकना=बहुत अधिक क्रोध के कारण आँखें लाल होना। (शरीर से) लहू टपकना=शरीर में यथेष्ट बल-वीर्य होने के कारण उसका रंग लाल होना। (किसी का) लहू पीना=किसी को बहुत अधिक तंग या दुःखी करना। लहू लगाकर शहीदों में मिलना=बिना कुछ भी त्याग या परिश्रम किये अपने आपको बडे़ लोगों में गिनना या समझना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लहू-लुहान :
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वि० [हिं० लहू+अनु, लुहान] आघात, क्षत आदि के कारण जिसका सारा शरीर लहू से भर गया हो। रक्ताक्त। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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