शब्द का अर्थ
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वंड :
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वि० [सं०√वन् (आघात करना)+ड] १. वह जिसकी लिगेंद्रिय के अग्रभाग पर का वह चमड़ा न हो, जो सुपारी को ढँके रहता है। २. जिसका खतना हुआ हो। ३. जिसका कोई अंग कट या निकल गया हो। हीनांग। पुं० ध्वज-भंग नामक रोग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वंडर :
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पुं० [सं०√वंड्+अरन्] १. कंजूस। सूम। २. अन्तःपुर का रक्षक नपुंसक। खोजा। स्त्री० पुंश्चली स्त्री। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |