शब्द का अर्थ
|
सेस :
|
वि०, पुं० =शेष।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सेस-रंग :
|
पुं० [सं० शेष+रंग] सफेद रंग (शेष नाग का रंग सफेद माना गया है।) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सेसर :
|
पुं० [फा०सेह=तीन+सर=बाजी] १. ताश का एक प्रकार का खेल जिसमें तीन—तीन ताश हर आदमी को बांटे जाते हैं। और उसकी बिंदियों की जोड़ पर हार—जीत होती है। २. जालसाजी। ३. धोखेबाजी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सेसरिया :
|
वि० [हिं० सेसर+इया (प्रत्य०)] छल—कपट करके दूसरों का माल मारनेवाला। जालिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सेसी :
|
पुं० [देश०] एक प्रकार का बहुत ऊँचा पेड़ जिसकी लकड़ी के सामान बनतें हैं। पगूर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सेसूंचन :
|
पुं० [सम्√सूच् (सूचना देना)+णिच्-ल्युट्-अन] [भू० कृ० संसूचित] [वि० संसूचनीय, संसूच्य] १. प्रकट या जाहिर करना। २. बतलाना। ३.भेद खोलना। ४. समझाना-बुझाना। ५. डाँटना डपटना। फटकार बताना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |